मशरुम को उनके कम fat, high protein और cholesterol free के लिए माना जाता है, सभी वर्ग के लोग अब इसे try कर रहे हैं।
मशरूम के प्रकार
मशरूम के कई प्रकार है और अलग-अलग रंग, flavor और उपयोग हैं। कुछ लोक्रपिय types हैं- Button mushroom, Shiitake, Oyster, आदि।
खेती के लिए आवश्यकताएं
जगह- छाए और नमी के साथ धूप, हवा और बिजली- पानी का इंतज़ाम हो।Substrate- जिसपर मशरूम उगाया जाता है- लकड़ी, कॉफी पाउडर, सूखी घास, खाद, आदि।
Temp control- अलग variety के लिए अलग तापमान चाहिए Lighting- artificial light या sunlight use कर सकते हैं, पर ज़्यादातर अंधेरा चाहिए
Tools- Container, beds, temp और humidity monitors, sterilizers, आदि।Knowledge- मशरूम की खेती के लिए in-depth knowledge चाहिए।
खेती कैसे करें?
1. मशरुम variety चुनें2. Substrate बनाएं, Substrate को साफ और sterilize करें3. मशरुम के बीज पूरे substrate पर फैला दें, कुछ दिन के लिए setup को अंधेरे और नमी में रखें4. नमी घटाएं और ताज़ी हवा बढ़ा दें5. मशरुम तोड़ लें
कितने दिन में तैयार होती है?
कुछ मशरुम को 3- 6 हफ्ते लगते हैं तो कुछ को सिर्फ 15- 20 लगते हैं।
कितनी earning होती है?
Oyster मशरुम 1 साल में 150-200 kg/sq.m निकलता है जो ₹70-80 के rate पर बिकता है। तो पूरे साल में सिर्फ 1 sq.m से आय बनी ₹10,000-16,000 और 200 गज के plot से बनी ₹20- 25 लाख।
कितना पैसा लगता है?
Labor, shed, shelf और tray लगाकर खर्चा per sq.m ₹10- 50 हज़ार तक जा सकता है।गर्मी वाले इलाके में cooling system भी डलवाना पड़ेगा, अगर नई ज़मीन ख़रीदेंग तो भी खर्चा बढ़ेगा।
सरकारी subsidy
1. NHB subsidy-50% की सब्सिडी 25 लाख तक2. RKVY- वित्तीय सहायता3. NSCFD- SC/ST किसानों को वित्तीय सहायता4. NABARD- किसानों को loan और सब्सिडी
मशरुम खेती के फायदे
– पोषण में भरपूर– ज़्यादा उपज– High demand– उगने में आसान– वातावरण को साफ रखे– अलग industries में इस्तेमाल- creams, दवाई, soup, sauce, supplements, ink