Mushroom की खेती कैसे करें ?

नमस्कार दोस्तों, blogseva पर आपका स्वागत है। आज मैं आपको बताऊँगा Mushroom ki kheti kaise karen, masrum ki kheti kya hai।

पिछले कुछ सालों में मशरूम की demand बढ़ गई है क्योंकि लोग healthy और पौष्टिक खाना मांगने लगे हैं। मशरुम को उनके कम fat, high protein और cholesterol free के लिए माना जाता है जिससे सभी वर्ग में लोग इसके बारे में बेहतर जानने लगे हैं और इसे try कर रहे हैं। 

तो आज मैं आपको mushroom के बारे में सारी जानकारी दूंगा ताकि आप भी अपना काम शुरू कर सकें। अगर आपको यह लेख पसंद आता है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर share करें ताकि उन्हें भी पता लगे कि mushroom seeding ka business क्या है और इसका व्यापार कैसे करें।

तो चलिए जानते हैं Mushroom ki kheti in Hindi।

Mushroom ki kheti kaise kare

mushroom ki kheti

मशरूम के प्रकार

मशरूम के कई प्रकार है और इन सब के अलग-अलग रंग, flavor और उपयोग हैं-

  • बटन मशरूम– यह दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं। यह सफेद और ब्राउन color के होते हैं और इनका normal flavor होता है।
  • Shiitake मशरूम– यह मशरूम ज़्यादातर पूर्वी Asia में पाए जाते हैं और इनका मांस जैसा texture होता है। यह पूरी दुनिया में consume किये जाते हैं और soups, fries, में उपयोग होते हैं। 
  • Oyster मशरूम– Oyster मशरूम soft होते हैं इसलिए इन्हें soups और pasta में इस्तेमाल करते हैं। 
  • Portobello mushroom– यह मशरूम texture में मांस जैसे लगते हैं इसलिए इन्हें veg food में non veg की जगह पर इस्तेमाल किया जाता है। 
  • Enoki मशरूम– इन मशरूम में लंबी डंडी और छोटी छतरी होती है और यह है काफी मुलायम होते हैं। खाते समय इनमें crunchy  texture आता है जिसकी वजह से इनको सलाद में इस्तेमाल करते हैं।
  • Morel मशरूम– इस मशरूम कि variety को इसके अच्छे flavor के लिए जाना जाता है। 
  • Chanterelle मशरूम– इस मशरूम को french foods के साथ मिलाया जाता है और texture काफी unique होता है। इससे भी meat की तरह इस्तेमाल किया जाता है।

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Mushroom की खेती के लिए आवश्यकताएं

आपने देखा होगा कि मशरूम्स ज्यादा नमी वाली जगह पर उगता है और सड़ी चीजों पर फैलता है। आखिरकार यह एक फंगस है। जंगलों में आपको कई जानलेवा मशरूम मिलेंगे जो खाये नहीं जा सकते पर जो मशरूम बाजार में मिलते हैं वह स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैं। 

इसलिए मशरूम को उगाने के लिए ऐसी परिस्थियां बनानी पड़ती हैं कि वह जल्दी उग सके और फैल सके। मशरूम की खेती के लिए यह आवश्यकता है-

जगह– हालांकि मशरूम उगाने के लिए छाए और नमी चाहिए पर इसमें दूसरी बीमारियों या कीड़ों का संकेत बिल्कुल नहीं होना चाहिए। यह ऐसी जगह हो जहां धूप और हवा आ सके और बिजली- पानी का इंतज़ाम किया जा सके।

Substrate– यह वह चीज़ है जिसपर मशरूम उगाया जाता है। दूसरे पौधों के मुकाबले मशरूम को मिट्टी पसंद नहीं है यह लकड़ी, कॉफी पाउडर, सूखी घास, खाद के मिश्रण में उगता है। 

पानी मशरूम की खेती में पानी एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। नमी बनाए रखने के लिए और मशरूम को फैलाने के लिए substrate में सटीक मात्रा में पानी मौजूद होना चाहिए। 

तापमान control– अगर आप ऐसी जगह पर मशरूम लगाते हैं जहां पहले से ज्यादा नमी हो और जिस variety का उगाना चाहते हैं, उतना तापमान हो तो वह अच्छा होगा पर अगर इसका नियंत्रण नहीं है तो इसके लिए setup लगाना होगा। 

Lighting– मशरूम को direct light की ज़रूरत नहीं पड़ती। यह artificial light या sunlight दोनों में उग सकता है। Artificial light में आप led bulbs, cfl का इस्तेमाल कर सकते हैं पर आपका खर्चा बढ़ेगा। इसको सिर्फ कुछ ही घण्टों के लिए light चहिए होती है, ज़्यादातर अंधेरा रहता है। 

Sunlight की बात करें तो यह free है पर आपको किसी माध्यम के ज़रिए जैसे पर्दे या net(जाल) इसे कम करना होगा नहीं तो मशरुम जल जाएगा। 

हवा हवा नमी को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है। अगर बिल्डिंग या हॉल में पंखों और खिड़कियों से हवा का इंतज़ाम कर सकते हैं। 

Tools–  मशरूम की खेती के लिए कुछ tools फॉर equipment की जरूरत पड़ती है जैसे container, beds, temp and humidity monitors, sterilizers, आदि।

Knowledge– मशरूम की खेती करने के लिए आपको in-depth knowledge चाहिए होगी। आपको इसकी variety की जानकारी रखनी पड़ेगी और इसको उगाने के लिए परिस्थितियां का अनुमान लगाना पड़ेगा। अच्छी देखभाल से ही आप high quality मशरुम तोड़ पाएंगे जिसका अच्छा दाम मिल सके।

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मशरूम की खेती कैसे की जाती है?

मशरुम की खेती को commercially large scale पर किया जाता है। इसके लिए बड़े कमरे या halls की ज़रूरत पढ़ती है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसको कम जगह में ज़्यादा उगाया जा सकता है। यह कैसे होता है इसके बारे में सब जानकारी आपको नीचे मिल जाएगी।

दूसरी सब्जी या फल की तरह है मशरूम की खेती में भी कुछ steps है जैसे बीज बोना, हवा पानी देना, रौशनी देना और फिर उसे तोड़ना।

  1. मशरुम variety चुनें– हर मशरूम को अलग-अलग परिस्थियाँ चाहिए होती है। कुछ मशरूम कई घण्टे धूप सह  भी पसंद नहीं। हर मशरूम का अलग rate है और अलग quantity में उगता है। आप वही मशरूम उगाएं जो आपके लिए सुखद हो।
  2. Substrate बनाएं– क्योंकि इसमें मिट्टी नहीं चाहिए होती इसलिए substrate का arrangement थोड़ा मुश्किल साबित हो सकता है। मशरुम के लिए proper substrate यहां पढ़ें
  3. Substrate को sterilize करें– जो भी substrate आप इकट्ठा करते हैं उसे साफ और sterilize ज़रूर करें ताकि कोई बीमारियां, कीड़े, chemical mushroom को खराब ना कर दे।
  4. अब spawn फैला दें– Spawn कहते हैं मशरुम के बीज को। इसको पूरे substrate पर फैला दें ताकि एक फंगस colony बन जाये। धीरे- धीरे यह पूरे में फैल जाएगा और मशरुम उगने लगेंगे।
  5. Incubate– यह वो समय है जब सारे setup को अंधेरे और नमी में रखा जाता है। इसे गर्म माहौल में रखते हैं कम रौशनी देते हैं। इसमें फंगस तेज़ी से फैलता है सफेद धागों का जाल बन जाता है। इस process में कुछ दिन से कुछ हफ्ते लग सकते हैं।
  6. मशरुम पैदा करें– एक बार फंगस फैल जाए, मशरुम को उगाने के लिए नमी घटा दी जाती है। साथ में तापमान कम करते हैं और ताज़ी हवा बढ़ा दी जाती है। इससे फंगस को संकेत मिलता है कि मशरूम उगाने का सही समय है।
  7. मशरुम तोड़ लें– एक बार मशरुम mature हो जाएं उन्हें twist करके तोड़ लें या काट लें। इसे सही समय पर करें इससे पहले की वह अपने spores निकालने शुरू करदे।
  8. Harvest के बाद– मशरूम तोड़ने के बाद substrate को ज़्यादातर फैंक दिया जाता है या खाद में बदल दिया जाता है। कमरे को अच्छे से साफ करते हैं ताकि फंगस कमरे में न फैले और अगली फसल की तैयारी शुरू करते हैं।

मशरूम कितने दिन में तैयार होती है?

Mushrooms को तैयार होने में जितना समय लगता है वह हर species के लिए अलग-अलग होता है। आमतौर पर इसे 3- 6 हफ्ते का समय लगता है पर कुछ मशरुम जैसे Oyster मशरूम सिर्फ 15- 20 दिनों में ही तैयार हो जाते हैं। 

इसके बढ़ने के समय mushroom खाद में अपनी पूरी colony बना लेता है और जब एक पूरा मशरुम का जाल फैल जाता है तो कुछ जी दिनों में मशरुम उग जाते हैं। यह दिन fixed नहीं होते क्योंकि अलग- अलग species के लिए अलग दिन होते हैं। 

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मशरूम की खेती में कितना पैसा है?

mushroom ki kheti kaise karen

मशरूम की खेती से कमाई कई चीजों पर निर्भर करती है जैसे खेती का size, महंगाई, मशरुम की variety, आदि। पर overall देखा जाए तो मशरूम की खेती में किसानों को बहुत फायदा होता है क्योंकि इससे काफी कम समय में मशरुम उगाकर पैसे कमाए जा सकते हैं। एक idea देने के लिए यह कुछ basic figure है-

  1. Oyster मशरुम प्रति sq मीटर 150/200 किलो एक साल में प्रदान करता है जो ₹70-80 का बिकता है। तो पूरे साल की आय बनी ₹10,000-16,000 सिर्फ 1 मीटर sq से।
  2. बटन मशरूम हर साल 20/25 किलो उगता है और ₹80-120 के rate पर बिकता है जिससे साल भर की आमदनी हुई ₹1600-3000 प्रति sq मीटर।
  3. Shiitake मशरूम प्रति sq मीटर में 40-50 किलो उगता है और ₹400-600 rate का बिकता है। इससे ₹16,000 से 30,000 तक पूरे साल में कमाई होती है।

यही varieties सबसे ज़्यादा लोकप्रिय हैं। भारत में ज़्यादातर बटन मशरूम और shiitake मशरूम बिकता है, इनको आपने supermarket और सब्ज़ी मंडी में देखा होगा। 

जैसा कि मैंने बताया कि यह figures एक estimate हैं और असली में earning बहुत चीज़ों पर निर्भर करती है। 

मशरूम का बीज कितने रुपए किलो मिलता है?

मशरूम का बीज ₹60-100 प्रति किलो मिलता है। मशरूम को उगाने के लिए दो चीजें चाहिए होती हैं। एक spawn और एक substrate। Spawn होता है इसका बीज जो ₹60-100 per किलो मिलता है और substrate होती है इसकी मिट्टी जिस पर यह उठता है। इसकी मिट्टी में काफी चीजें मिली होती है जैसे coco peat, लकड़ी, सूखी घास, कॉफ़ी का बचा पाउडर(यह आपको कॉफ़ी की दुकान से मिल सकता है), गत्ता, आदि। 

आपने पहले देखा होगा कि जंगली मशरूम लकड़ी पर उग जाती है। इसी तरह अगर आल substrate में hard लकड़ी के piece डालेंगे तो यह लकड़ी पर भी उग सकती है। Substrate का खर्चा ₹20-25 per किलो पड़ सकता है। 

मशरूम की खेती में कितना पैसा लगता है?

मशरूम के बीज और substrate के बारे में जानकारी आपको ऊपर से मिल गई होगी। 

इसके इलावा मशरूम को उगाने के लिए infrastructure और labor की ज़रूरत पड़ती है। Infrastructure के लिए आपको किसी बिल्डिंग या shed की जरूरत पड़ेगी। अगर आप अपने पैसों से shed या बिल्डिंग को बनवाते हैं और उसमें shelf और tray डलवाते हैं तो आपका खर्चा प्रति sq मीटर ₹10- 50 हज़ार तक जा सकता है।

अगर आप ज्यादा गर्मी वाले इलाके में रहते हैं तो आपको cooling system भी डलवाना पड़ेगा जिसका खर्चा और बढ़ जाएगा। अगर आप कोई जगह rent पर लेते हैं और उसमें मशरूम उगते हो तो काफी कम खर्च आएगा। 

इसके बाद बात आती है उसमें labor जोड़ना, उसके लिए बिजली- पानी प्रदान करना, और मार्केटिंग, transportation का खर्चा। Overall मशरूम की खेती के लिए खर्चा हजारों से लाखों तक जा सकता है। से सब निर्भर करता है कि आपकी मशरूम की खेती का size कितना है। अगर आप पहले से ऐसी hall या building किराए पर लेते हैं जहां छाए रहती है और धूप, हवा का इंतज़ाम भी हो सके तो आपको इतने पैसे नहीं लगाने पड़ेंगे। 

आप 2-3 महीने में ही मुनाफा शुरू कर सकते हैं जबकि आपको पता होगा कि हर व्यवसाय में मुनाफा कमाने में 1-2 साल का समय लग ही जाता है। 

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मशरूम की खेती के लिए सरकारी सब्सिडी

भारतीय सरकार मशरुम की खेती पर किसानों को subsidy प्रदान करती है ताकि किसानों को मशरुम उगाने का प्रोत्साहन मिल सके। यह कुछ subsidy schemes हैं-

  • (National Horticulture Board) NHB subsidy- इस योजना के तहत किसानों को मशरूम उगाने के लिए 50% की सब्सिडी 25 लाख तक मिलती है जो वे मशरुम shed लगाने, tools खरीदने, spawn खरीदने और लगाने के लिए कर सकते हैं।
  • (राष्ट्रीय कृषि विकास योजना) RKVY- यह scheme किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है infrastructure और बाकी चीज़ों के लिए।
  • National Scheduled Caste Finance and Development- यह योजना scheduled caste किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
  • NABARD- यह बैंक किसानों को loan और सब्सिडी प्रदान करता है Rural Entrepreneurship Development Programme के नीचे।
  • राज्य सरकार subsidy- बहुत से राज्यों की सरकार अपनी subsidy schemes के जरिए किसानों को मशरूम खेती में मदद करती है।

मशरूम की मंडी कहा है

मशरुम अभी भारत में इतना लोकप्रिय नहीं है। ज़्यादातर लोगों को इसके बार में नहीं पता पर इसका potential बहुत ज़्यादा है। जिन लोगों को इसके बारे में पता है उनके बीच इसकी demand ज़्यादा है। इसमें export बिज़नेस का भी scope है। 

भारत के कुछ ऐसे areas और राज्य जहां मशरुम को उगाया जाता है

  • हिमाचल प्रदेश- यह oyster और बटन मशरुम के लिए मशहूर है। 
  • पंजाब- Jalandhar, लुधियाना, Amritsar, जैसी जगहों में मशरूम उगाया जाता है।
  • हरियाणा- Gurgaon, Karnal, Faridabad, में मशरुम लोकप्रिय है। 
  • तमिल नाडु- Chennai और Coimbatore major मशरुम producing areas हैं। 
  • वेस्ट बंगाल- दार्जीलिंग और Siliguri मशरुम centers हैं।
  • महाराष्ट्र- Pune, Satara, नाशिक, Nagpur, में मशरुम लोकप्रिय है।

एक अच्छी मंडी जहां मशरुम store करने की जगह हो और तापमान control कर सकें, भारत में ऐसी कुछ mandi हैं-

  • Azadpur, दिल्ली
  • Koyambedu मार्किट, Chennai
  • Vashi APMC, मुम्बई
  • Khera Kalan मंडी, Delhi
  • Gultekdi मार्किट, Pune
  • Crawford मार्केट, मुंबई

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बटन मशरूम की खेती

बटन मशरूम भारत में उपलब्ध सबसे लोकप्रिय मशरुम है। ज़्यादातर लोग मशरुम की इसी shape को जानते हैं। बटन मशरूम प्रति sq मीटर हर साल 20-25 किलो उगता है और ₹80-120 के rate पर बिकता है जिससे साल भर की आमदनी होती है ₹1600-3000 प्रति sq मीटर।

Oyster या shiitake मशरुम के मुकाबले इससे कम कमाई होती है इसलिए इसकी उपज बढ़ानी पड़ती है। बटन मशरूम उगाने के लिए आपको बहुत सी जगह चाहिए ताकि आप अपनी आमदनी को बढ़ा पाए। सरकारी scheme के ज़रिए आप 50% subsidy तक पा सकते हैं ताकि आप बड़ी जगह पर मशरुम उगा सकें।

बटन मशरुम उगाने के लिए substrate में सूखी घास, घोड़े की खाद, मुर्गियों की खाद, gypsum, आदि इस्तेमाल हो सकता है। इस substrate को pasteurize किया जाता है ताकि bacteria में सके।  

Incubate करते समय इसे 22-24℃ पर रखा जाता है और 15 से 20 दिनों के लिए 75-80% नमी बनाई जाती है। 

मशरूम की खेती कैसे करें घर पर

अगर आपके घर में एक बड़ा हॉल या कमरा है तो आप उसमें बड़ी आसानी से मशरूम की खेती कर सकते हैं। एक घर में पहले से बिजली पानी और खिड़कियों की व्यवस्था तो होती ही है तो इससे आपको अपने मशरुम व्यवसाय के लिए खर्चा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 

अगर आपके घर में एक बड़ा आंगन है तो आप उसमें भी shed लगाकर मशरूम की खेती शुरू कर सकते हैं। कहने का सारांश यह है कि आपको मशरूम की खेती के लिए सारी चीजें नियंत्रण में चाहिए और अगर आप ऐसा कर सकते हैं तो मशरूम के खेती आराम से हो जाएगी। 

आपको इसके लिए trays और मशरुम beds लगाने की ज़रूरत पड़ेगी। सिर्फ इसी में खर्चा आएगा। इसके बाद के सारे steps ऊपर की तरह ही हैं। आपको spawn खरीदना है, substrate बनाना है, incubation और harvest करना है।

मशरुम खेती के फायदे

मशरूम खेती के कई फायदे हैं

  • पोषण में भरपूर– मशरूम vitamin, mineral और fiber से भरे होते हैं। जिनमें protein भरपूर होता है और fat free होते हैं। इनमें calories भी low होती हैं। 
  • ज़्यादा उपज– दूसरे पौधों के मुकाबले मशरूम की उपज अच्छी होती है। 1 किलो मशरूम के spawn से 50 किलो मशरूम तक उगाया जा सकता है।
  • High demand– इसके ज्यादा पोषण की वजह से इनकी demand बहुत ज्यादा है। भारत में इसे कम किसान उगाते हैं। इसे खाने में ही नहीं पर pharma कंपनियों में भी इस्तेमाल किया जाता है।
  • उगने में आसान– दूसरे पौधों के मुकाबले मशरूम उगाने में इतना झंझट नहीं है। इसको बहुत ही कम care चाहिए और कम जगह में हो सकता है। इसे पूरे साल उगाया जा सकता है जिससे किसानों की एक regular आमदनी बनी रहती है।
  • वातावरण को साफ रखे– यह खेती और दूसरी व्यवसायों से आये waste पर उगता है। इसके लिए special मिट्टी की ज़रूरत नहीं पड़ती। मशरुम तोड़ने के बाद इसकी substrate को खाद की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी वजह से वातावरण पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
  • स्वास्थ्य के लिए अच्छा– मशरूम में पौष्टिक तत्व तो होते ही हैं साथ ही यह immunity बढ़ाने में भी मदद करता है। यह cancer से लड़ता है और इसमें antioxidant होते हैं जो aging और cell damage से लड़ते हैं।
  • अलग industries में इस्तेमाल- यह creams, दवाई, soup, खाने में, sauce, supplements, ink में, leather बनाने में, चाय में और बहुत सी अन्य चीज़ों में इस्तेमाल होता है।

Conclusion

मुझे उम्मीद है कि आप को इस से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा और समझ आ गया होगा Masrum kheti, Mushroom ki kheti kaise kare के बारे में। 

अगर आपको यह article पसंद आया तो आप इसको अपने प्रियजनों के साथ जरूर share कीजिएगा।

आज हमने सीखा-

  1. Mushroom ki kheti kaise karen
  2. Mushroom ki kheti kaise hoti hai
  3. Mushroom ki kheti kaise ki jaati hai

आप का experience कैसा रहा आप उसे नीचे comment box में share कर सकते हैं और अगर आपको कोई doubt या problem है तो आप मुझसे नीचे comment box में पूछ सकते हैं या email कर सकते हैं।

में आपको जल्द से जल्द reply देने की कोशिश करूँगा। 

धन्यवाद……..।

मशरूम की खेती कैसे की जाती है और मशरूम की खेती के लिए सरकारी सब्सिडी पढ़ने के लिए शुक्रिया।


FAQ (Frequently Asked Questions)

मशरूम कितने दिन में तैयार होती है?

मशरूम की अलग- अलग variety होती है जिसमें अलग समय लगता है। कुछ मशरूम को 3- 6 हफ्ते लगते हैं तो कुछ 15 से 20 दिनों में ही तैयार हो जाते हैं। पर यह दूसरे पौधों और फसलों के मुकाबले बहुत जल्दी उठता है। इसका एक बड़ा फायदा यह भी है कि आप इसे साल भर उगा सकते हैं क्योंकि इसको building और shed के अंदर नियंत्रण में उगाया जाता है।

मशरूम का बीज कितने रुपए किलो मिलता है?

मशरूम की अलग-अलग वैरायटी होती है। आमतौर पर मशरूम का बीज ₹60- ₹100 प्रति किलो मिल जाता है। आप मशरूम का बीज इससे भी सस्ते में ले सकते हैं सरकारी subsidy schemes का फायदा उठाकर। NHB subsidy के तहत आप मशरुम की खेती पर सीधा 50% subsidy पा सकते हैं।

मशरूम की खेती की ट्रेनिंग mp

मशरुम की खेती की training के लिए mp में कई सरकारी सुर private agencies हैं। कुछ agencies हैं- Nutra Agritech, Biotech Era, BETi mushroom, Sai grow mushroom farm, आदि। इन सभी संस्थाओं और agencies को आप google maps पर ढूंढ सकते हैं। साथ ही इन्हें contact भी कर सकते हैं।

मशरूम की खेती की ट्रेनिंग up

मशरुम की खेती की training के लिए up में कई सरकारी सुर private agencies हैं। कुछ agencies हैं- ECO mushroom farm, Mushroom Training center, Gunesh Mushroom research, Kashi Mushrooms, Maurya Mushroom farm, आदि। इन सभी संस्थाओं और agencies को आप google maps पर ढूंढ सकते हैं। साथ ही इन्हें contact भी कर सकते हैं।

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