Cryptocurrency क्या है? यह कैसे काम करता है?

नमस्कार दोस्तों, blogseva पर आपका स्वागत है। आज मैं आपको बताऊँगा Cryptocurrency meaning in hindi के बारे में और cryptocurrency kya hai

पिछले कुछ सालों में cryptocurrency बहुत popular हो गया है। आपने facebook या youtube पर इसकी videos देखी होंगी जिसमें लोग बताते हैं कि कैसे वे इन्हें खरीद कर अमीर बन गए हैं। इसकी demand दिन पर दिन बढ़ती जा रही है और Indian govt ने भी इसके हित में कुछ नियम बनाये हैं। 

पर आखिर cryptocurrency है क्या? यह online क्यों है? और इसकी कीमत इतनी ज़्यादा क्यों है? आज मैं आपको इन सभी चीजों के बारे में बताऊंगा। कुछ समय पहले मुझे भी नहीं पता था कि cryptocurrency kya hoti hai पर मैंने बहुत research किया और आज आपको भी आसान भाषा में समझाऊंगा। 

पूरी जानकारी लेने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें। अगर आपको यह लेख पसंद आता है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर share करें ताकि उन्हें भी काम करने का और पैसे कमाने का मौका मिले। चलिए जानते हैं cryptocurrency kya hai in hindi।


Table of Contents

Currency kya hai? करेंसी क्या है?

जिन पैसों को सरकार द्वारा नियमित किया जाता है उसे Currency या मुद्रा कहते हैं। एक currency से देश के अंदर कुछ भी खरीदा जा सकता है। हर देश की अलग- अलग currency होती है जैसे India- रुपया, US- Dollar, Japan- Yen, Europe- Euro आदि। 

अब जानते हैं cryptocurrency के बारे में।


Cryptocurrency kya hai? क्रिप्टोकरंसी क्या है?

Cryptocurrency एक डिजिटल currency है जो transactions secure करने के लिए cryptography का इस्तेमाल करती है। Blockchain technology की मदद से यह record manage करती है और decentralized system से manage की जाती है।

Cryptocurrency meaning in simple terms:

Cryptocurrency एक डिजिटल currency है जिसे छुआ नहीं जा सकता, यह online exist करती है बस digits के रूप में। इसके नाम को 2 हिस्सों में बांटा जा सकता है- Crypto और Currency, crypto का नाम पड़ा है cryptography से। 

Cryptography एक technology है जिसमें एक आदमी data भेजता है। वह data एक secret code में convert हो जाता है इस process को encryption कहते हैं।

Cryptocurrency meaning in hindi

फिर वह secret code दूसरे आदमी के पास जाता है और वापिस data में convert हो जाता है जिसे decryption बोलते हैं। इस technology की मदद से हमारा data hackers से सुरक्षित रहता है क्योंकि उन्हें सिर्फ code दिखता है। 

इस technology की वजह से cryptocurrency बहुत safe माना जाता है क्योंकि हमारी transactions को कोई भी hacker hack नहीं कर सकता, न कोई देख सकता हमने कितना crypto transfer किया, कब किया, कहाँ से किया, आदि।

Cryptocurrency को virtual currency, crypto, Gold2.0, peer-to-peer currency आदि नाम से भी जाना जाता है।

Digital money और cryptocurrency में क्या difference है?

जब हमारे पैसे online रूप में होते हैं उसे Digital money कहते हैं। Cryptocurrency भी एक digital money है। पर यह हमारे paytm वाले digital money से अलग है। हमारा normal digital money जो paytm में होता है उसे सरकार देख सकती है, bank देख सकते हैं, कंपनी देख सकती है। पर cryptocurrency को कोई control नहीं करता, कोई नहीं देख सकता।

Cryptocurrency की क्या ज़रूरत थी? यह क्यों पैदा हुआ? इसे किसने बनाया?

हम सबको पता है कि सरकार हमारे पैसे को देख सकती है और control कर सकती है directly और indirectly। कभी महंगाई बढ़ जाती है, कभी सरकार ज़्यादा tax लेने लगती है। Bank भी हमारे पैसों को देख सकते हैं और हमने कितने पैसे निकाले, कितने डाले, उनके पास पूरा record रहता है।

इस system से कुछ लोग परेशान हुए, उन्हें लगा कि किसी को मेरे पास कितने पैसे हैं, पता नहीं लगना चाहिए। तो 2009 में एक Japanese developer “Satoshi Nakamoto” ने Bitcoin बनाया। (यह एक नकली नाम है, असल में किसी को नहीं पता कि bitcoin किसने बनाया)

वह चाहता था कि एक decentralized currency बने। Decentralized मतलब कि bitcoin की authority/power किसी भी व्यक्ति या सरकार के पास न हो। कोई भी अपने मन से bitcoin की value न बढ़ा सके या घटा सके। बल्कि उसकी value demand और supply से बढ़े-घटे। 

जैसे- अगर iphone की demand कम हो, उसमें गन्दे features हो, कोई उसे न चाहे तो उसकी value कम होगी। Apple कंपनी खुद लोगों से कहेगी please iphone लेलो।  पर उसके features बहुत अच्छे हैं और उसकी demand बहुत ज़्यादा है इसलिए उसकी कीमत भी बहुत ज़्यादा है।

ऐसे ही Satoshi चाहता था कि जैसे- जैसे Bitcoin की demand बढ़ेगी वैसे उसकी value भी बढ़ेगी। इसलिए आज bitcoin की value ₹23 लाख है और 2009 में ₹0 थी। सभी लोग इसे खरीदना चाहते हैं इसलिए इसकी value future में बढ़ती रहेगी।


Cryptocurrency काम कैसे करती है और कहाँ store होती है?

हमारी normal digital currency paytm wallet या bank में होती है। पर cryptocurrency कहाँ store होती है क्योंकि इसे कोई कंपनी या bank control नहीं करती?

Cryptocurrency का पूरा system एक online network की तरह है जिसमें सभी लोग आपस में connected हैं। इसे peer-to-peer network कहते हैं। मतलब अगर 1 करोड़ लोग हैं तो हर इंसान एक दूसरे से connected है। इस network में जितनी भी payments होती हैं उन्हें एक diary में लिखा जाता है जिसे public ledger कहते हैं। इसमें लिखा जाता है payment की amount, date, time, sender, receiver, location आदि। 

इस public ledger की copy सभी के पास होती है। ताकि अगर कोई एक बन्दा अपनी amount धोके से change करे तो बाकी public ledgers से पता लग सके कि original amount क्या थी। 

यह सभी transactions एक के बाद एक add होती रहती हैं और जब एक block पूरा हो जाता है तो दूसरे block पर transactions add होती हैं। इस process को blockchain technology कहते हैं जिसमें blocks की लंबी chain बनती जाती है। इसका कोई end नहीं है।

Cryptocurrency kya hai

अब imagine करें कि एक व्यक्ति ने 1 bitcoin खरीदा और उसे 2 साल बाद बेच दिया। इन दोनों transactions के बीच में हज़ारों या लाखों transactions हुई होंगी। इतनी बड़ी chain में उसकी पुरानी transaction को check करना काफी मुश्किल होगा। पर blockchain technology में इसे एक क्षण में किया जा सकता है।

ऐसा इसलिए क्योंकि यह technology mathematical calculations की मदद से पुराने transactions verify करती है और नए transactions को add करती है। और यह calculation Supercomputers करते हैं। 

इन Supercomputers को miners कहा जाता है और नई transaction add करने या पुरानी check करने के process को mining कहा जाता है।

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Bitcoin kaise kamaye?

Supercomputers के द्वारा जो mining का process है वह बहुत complex होता है। इस काम के लिए उनको bitcoin एक reward के तौर पर दिया जाता है। पहले blockchain छोटी होती थी क्योंकि कम transactions थी। उस समय calculation करना आसान था जो normal computers या phones की मदद से हो जाता था। 

पर जैसे- जैसे bitcoin की demand बढ़ी, payments बढ़ती गयी और public ledger/blockchain की calculation complex होती गयी। साथ ही energy ज़्यादा लगने लगी और समय भी ज़्यादा लगने लगा। 

Bitcoin का reward इस तरह से दिया जाता है कि हर 210,000 blocks के बाद वह आधा हो जाता है। (Eg- अगर पहले ₹10 था तो बाद में ₹5, फिर ₹2.5, आदि।) अभी जो rate चल रहा है वह है 1 block के लिए 6.25 bitcoins और 1 block को mine होने में 10 minute लगते हैं। 

आसान भाषा में समझाऊं तो इसका मतलब 10 मिनट में इतनी सारी payments होती हैं कि 1 block पूरा भर जाता है और जो भी लोग इसकी calculation में मदद करते हैं उन सबमें bitcoin बांट दिया जाता है। 

इसी हिसाब से पूरे दिन में 144 blocks भरे जाते हैं और 900 bitcoin mine किये जा सकते हैं। पर सभी लोग इन bitcoins को कमाना चाहते हैं इसलिए competition बढ़ गया है। इतना कि जिन लोगों के पास बड़े- बड़े supercomputers होते हैं वे भी 30 दिनों में 1 bitcoin ही कमा पाते हैं। 

इतने ज़्यादा competition में जहां लोगों के पास बड़े-बड़े supercomputers हैं और वे भी मुश्किल से कमाते हैं तो आप कैसे कमा पाएंगे? 

इसका एक solution है। आजकल बहुत सारे लोग मिलकर एक group बना लेते हैं और mining करते हैं। इस group को mining pool कहते हैं और इसका फायदा यह है कि normal smartphones वाले लोग भी इसमें जुड़ सकते हैं। फिर वे एक साथ कमाए bitcoins आपस में बांट लेते हैं। उदाहरण- FoundryUSA पूरी दुनिया के 15.9% blocks mine करती है और रोज़ 168 bitcoins आपस में बांटती है।


Bitcoin की value कैसे बदलती है?

मैंने ऊपर एक उदारहण दिया था, अगर demand ज़्यादा हो तो कीमत बढ़ती है अगर demand कम तो कीमत घटती है। अब सोचिए diamond की demand बहुत ज़्यादा है, हर एक आदमी को हम diamond देदें तो क्या उसकी कीमत रहेगी? नहीं, क्योंकि अब वह सबके पास आ जायेगी। लोग उसके लिए तरसेंगे नहीं।

इससे हमें यह पता चलता है कि product की demand ज्यादा होनी चाहिए और supply कम होनी चाहिए तभी उसकी कीमत ज्यादा बनी रहती है। ऐसा ही bitcoin में भी है। शुरू में 21 million bitcoin बनाये गए थे पर आज सिर्फ 2 million bitcoin ही बचे हैं। इसकी supply कम है पर demand बढ़ती जा रही है। इसी के वजह से इसका price ऊपर नीचे होता रहता है।

अभी bitcoin का जो mining rate है उस हिसाब से साल 2140 तक सारे bitcoins खत्म हो जाएंगे और उनकी कीमत आसमान छू जाएगी। 2009 में इसकी कीमत थी ₹0, 2010 में ₹7, 2013 तक यह ₹17,000 पहुंच चुकी थी और अब यह ₹30 लाख के करीब रहती है। इसका price वैसे तो रोज़ ही ऊपर नीचे होता है पर overall यह बढ़ता ही रहेगा।

आजकल देखने में आया है कि Cryptocurrency की कीमत सिर्फ demand और supply से ही नहीं बल्कि influencers से भी बदलती है। जैसे lockdown के दौरान Elon Musk ने कहा था कि लोग Tesla खरीदने के लिए bitcoin का इस्तेमाल कर सकते हैं। सभी लोग bitcoin खरीदने लगे ताकि वे Tesla purchase कर सकें। इससे कीमत ₹44 लाख तक पहुंच गई। पर बाद में उन्होनें deny कर दिया जिससे कीमत में heavy downfall हुआ और उसे Musk Dip नाम दिया गया।

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Cryptocurrency me invest kaise kare? क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करें

Cryptocurrency में invest करने के लिए काफी platforms/markets मौजूद हैं। जैसे Coinbase, Gemini, Bitmart आदि। Bitcoin को खरीदना इतना ही आसान है जितना online एक book को खरीदना। जो cryptocurrency आप खरीदते हैं वह आपके crypto wallet में जमा हो जाती है। 2 तरह के crypto wallet होते हैं-

  • Hot wallet storage– यह online software इस्तेमाल करता है। यह fees charge नहीं करते।
  • Cold wallet storage– यह offline electronic device होता है। Cold wallet storage ज़्यादा safe होते हैं क्योंकि यह physically आपके पास होते हैं। पर यह fees charge करते हैं।

Steps to buy cryptocurrency | क्रिप्टोकरंसी कैसे खरीदें?

Cryptocurrency को buy करने के 3 steps हैं। इस तरीके से आप safely crypto खरीद पाएंगे।

  1. Account choose करना
  2. Account में money add करना
  3. Order place करना

Account choose करना

सबसे पहला step है, decide करना कि आपको कौनसा platform चुनना है। नीचे मैंने cryptocurrency markets के बारे में बताया है जिनमें से आप कोई भी चुन सकते हैं। Generally आप दो तरह की जगहों से crypto खरीद सकते हैं-

  • Traditional brokers– यह online platforms होते हैं जहां crypto को खरीद और बेच सकते हैं। साथ ही दूसरे financial assets जैसे stocks, bonds और EFTs। इन platforms पर कम trading fees लगती है पर इनमें कुछ ही cryptos खरीदी जा सकती हैं। ऐसे कुछ platforms हैं- Coinbase, Gemini, Kraken, Robinhood, आदि। 
  • Cryptocurrency exchanges– बहुत सारे cryptocurrency exchange हैं जिनमें से आप चुन सकते हैं जो अलग- अलग cryptos, wallet storage, आदि प्रदान करते हैं। पर इनमें traditional brokers से ज़्यादा fees charge की जाती है

कोई भी exchange choose करने से पहले आपको ध्यान देना है कि कौनसे platform पर कितनी fees है, कौनसी crypto प्रदान करता है, क्या security है, storage और withdrawal options, आदि।

Account में money add करना

जब आपने exchange चुन लिया हो तो अगला step है अपने  account में पैसे add करना। ज्यादातर crypto  exchange में आप fiat money जैसे dollar, rupees, yen, euro, आदि या debit card/ credit card के साथ crypto को खरीद सकते हैं।

Crypto को credit card से खरीदना risky माना जाता है इसलिए कई exchange platforms में credit card की option नहीं होती। यह ही नहीं, credit card कंपनियां खुद crypto transactions को मना करती हैं। क्योंकि crypto बहुत risky investment है, आज आपके पास पैसे हैं, कल नहीं। इससे आप कर्जे में जा सकते हैं और आपका credit एकदम खराब हो सकता है।

कुछ platforms wire transfer भी allow करते हैं। Crypto की payment के इलावा होती है transaction fees और trading fees। हर platform और payment method पर अलग- अलग transaction+ trading fees होती है।

Order place करना

Last step है crypto buy करना। इसके लिए आपको buy पर click करना है, order type चुनना है, quantity select करनी है और order confirm करना है। Sell करने के लिए भी same steps हैं।

इनके इलावा भी crypto में invest करने के तरीके हैं- 

  • Payment services जैसे Paypal, Venmo, Cash App जिससे लोग crypto को buy, sell और hold कर सकते हैं। 
  • Bitcoin trusts– इसमें हर व्यक्ति के पास के एक regular brokerage account होता है जिससे वह खुद bitcoin के shares खरीद सकता है।
  • Bitcoin mutual funds– Bitcoin mutual funds में invest करने की option है।
  • Blockchain stocks– आप crypto में invest कर सकते हैं blockchain कंपनियों की मदद से crypto technology में specialized होती हैं।

Cryptocurrency markets

Cryptocurrency markets online websites होती हैं जहां लोग crypto को buy, sell और दूसरी cryptos से exchange कर सकते हैं। इसे crypto exchange, Digital Currency Exchange (DCE), coin market आदि के नाम से जाना जाता है। यहां आप अपनी  government currency (fiat money) को crypto के साथ बदल सकते हैं। कुछ largest crypto markets हैं-

  • Poloniex
  • Bitfinex
  • Kraken
  • GDAX

पर इन सभी exchanges में proof of identity देना पड़ता है जिससे इसका record रहता है कि किसने crypto खरीदा और बेचा। मेरे ख्याल से इससे cryptocurrency की privacy नहीं बचती जो crypto की definition को बदल देता है।

इससे बचने के लिए कई लोग peer-to-peer network websites जैसे “LocalBitcoins” का इस्तेमाल करते हैं। इसमें लोगों को अपनी personal information भरनी नहीं पड़ती।

दुनिया के कुछ popular Crypto exchange हैं-

  • Bisq
  • Coinbase
  • Crypto.com
  • Bitmart
  • Gemini
  • Binance
  • Terra
  • Bitstamp
  • Bittrex

Indian Cryptocurrency markets

India में सबसे पहला crypto exchange था Unocoin, उसके बाद कई exchange खुल गए हैं। 2020 तक RBI public को इनके खिलाफ warning देता रहा पर उसके बावजूद लोगों ने इसमें खूब invest किया।

आपने इन exchanges का नाम पहले भी सुना होगा। यह social media और internet पर काफी popular हैं-

  • CoinDCX
  • BitBNS
  • BuyUcoin
  • Krypto
  • CoinSwitchKuber
  • WazirX 

इनमें से कई exchange India में ही नहीं पर बाहर के देशों में भी इस्तेमाल किये जाते हैं। सबके अलग- अलग features, storage, identification verification, crypto हैं। थोड़ी सी research करके आप इनमें से अपने लिए best market चुन सकते हैं।

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Types of cryptocurrencies

आज दुनिया में 18000 से ज़्यादा cryptocurrencies हैं पर उनमें से कुछ popular हैं-

Bitcoin(BTC)

Bitcoin दुनिया की पहली cryptocurrency है जो 2009 में बनाई गई थी। इसे Satoshi Nakamoto ने बनाया था और 21 million में से 18.8 million bitcoins अभी circulation में हैं। इसके blockchain में transactions permanently record हो जाती हैं और complex calculations की मदद से verify या add की जाती हैं। 

इसकी value सभी cryptocurrencies में से सबसे ज़्यादा है और सबसे ज़्यादा मात्रा में trade किया जाता है।

Ethereum(ETH)

What is cryptocurrency meaning in hindi

Ethereum या Ether एक programmable cryptocurrency है जिसे ethereum platform के लिए बनाया गया था। इसे 2015 में बनाया गया था और Bitcoin के बाद यह सबसे popular cryptocurrency है। इसके coins की कोई limit नहीं है। इसको बनाने का मकसद bitcoin की तरह currency बनाना नहीं था बल्कि ethereum platform पर payment करना था। 

Ethereum को NFTs में भी इस्तेमाल किया जाता है। सभी NFTs की buying और selling इसी से होती है।

Litecoin(LTC)

यह currency bitcoin की तरह है पर उससे ज़्यादा fast है और transaction fees कम लगती है। यह peer-to-peer crypto है जो October 2011 में launch हुआ। इसे altcoin भी कहा जाता है मतलब “alternate coin” यानी bitcoin के इलावा cryptocurrency।

यह इसलिए बनाया गया था क्योंकि bitcoin बड़ी- बड़ी कंपनियों द्वारा mine किया जा रहा था जिनके पास ज़्यादा control हो रहा था। पर eventually इसमें भी ऐसा ही हो गया।

Binance Coin(BNB)

Binance एक platform है जहां Binance coin को Bitcoin से exchange कर सकते हैं। यह दुनिया का biggest platform है जहाँ रोज़ सबसे ज़्यादा exchanges होते हैं, इसे 2017 में शुरू किया गया था। 

अब इसे payments, travel bookings, entertainment, online services, और financial services के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। BNB के 200 million token ही बनाये गए हैं जिसमें हर 3 महीने में Binance कंपनी कुछ coins को burn और permanently destroy कर देती है। यह इसलिए किया जाता है ताकि उसकी demand बनी रहे। July 2021 में 1.29 million BNBs burn हुए जिनकी value थी $394 million।

Tether(USDT)

Tether पहली cryptocurrency थी जिसे “stablecoin” के नाम से जाना गया। Stablecoins को fiat-collateralized stablecoins के नाम से भी जाना जाता है। Fiat का मतलब paper money, collateralized मतलब उसके बराबर, stablecoin मतलब जिनकी value stable रहती है। 

असल में कुछ लोगों ने यह देखा कि cryptocurrencies की value बहुत जल्दी ऊपर नीचे होती है। उदाहरण- एक व्यक्ति ₹500 का coin खरीदता है, कल उसकी value ₹10 हो जाए तो उसको बहुत नुकसान होगा। इसलिए उन्होनें सोचा कि ऐसा crypto बनाएं जिसकी value stable रहे और किसी चीज़ के similar रहे। इसके लिए उन्होनें US dollar चुना।

Tether की value हमेशा 1 dollar के बराबर ही रहती है, थोड़ा ऊपर- नीचे जा सकता है। इस quality के कारण यह investment के लिए कम इस्तेमाल होता है पर payment के लिए ज़्यादा। 

Terra(LUNA)

Terra को 2018 में Terra labs में बनाया गया था। यह एक algorithmic stablecoin हैं। जहाँ दूसरे stablecoins को fiat के बराबर रखा जाता था, इसे complex computer codes से बराबर रखा जाता है। Terra और Luna दो अलग- अलग sister cryptocurrencies हैं। दोनों एक दूसरे पर dependent हैं। 

अगर Terra की value $1 से कम हो जाती है, तो उसे burn कर दिया जाता है जिससे उसकी supply कम हो जाती है और लोग ज़्यादा खरीदने लगते हैं। इसे price stable हो जाता है। जब उसकी value $1 से ज़्यादा हो जाए है तो Luna को जला दिया जाता है। इससे Terra की supply बहुत ज़्यादा दिखने लगती है और लोग कम खरीदते हैं। इसकी price कम हो जाता है और फिर stable हो जाता है।

Ripple(XRP)

XRP एक cryptocurrency है जो Ripple Labs द्वारा बनाई गई थी। बहुत से लोग Ripple और XRP को एक ही मानते हैं पर इनमें थोड़ा फर्क है। Ripple एक global money transfer network है जो payments के लिए इस्तेमाल होता है। इस network पर जो currency है उसे XRP कहते हैं। XRP में invest करके आप पैसे कमा सकते हैं, payments कर सकते हैं और दूसरी cryptocurrencies से बदल सकते हैं।

पर XRP को mine नहीं किया जा सकता। इसकी quantity fixed है- 100 billion XRP जो सभी circulation में है। और यह complex calculations का इस्तेमाल नहीं करता बल्कि payment verification या add करने के लिए यह poll system का इस्तेमाल करता है जो बहुत ही fast होता है।

Dogecoin(DOGE)

Dogecoin को पहली joke currency माना गया है क्योंकि इसे 2013 में bitcoin का मज़ाक उड़ाने में लिए बनाया गया था। इसके बावजूद लोगों ने इस crypto में निवेश करना शुरू कर दिया। 2019 में Elon Musk ने tweet किया जिसमें उन्होंने इसे अच्छा दर्शाया। Dogecoin bitcoin और ethereum की तरह blockchain technology पर चलती है पर यह unlimited है।

इतना नाम और demand होने के बावजूद इसका price बहुत low है।

USD Coin (USDC)

USDC एक stablecoin है tether की तरह। इसका मकसद है cryptocurrency transactions को fast बनाना और cheap बनाना। USDC की value 1 dollar के बराबर ही रहती है। June 2021 में 24.1 billion USDC circulation में थे और VISA ने announce किया था कि लोग उनके network पर payments के लिए USDC का इस्तेमाल कर सकते हैं।

TRON (TRX)

Tron एक blockchain based digital platform है जो decentralized cryptocurrency “Tronix” का इस्तेमाल करता है। इसे 2017 में Singapore में launch किया गया था और Asia के लिए बनाया गया था। पर इसकी पहुंच पूरी दुनिया में फैल गयी। इसके CEO Justin Sun ने Bittorrent भी बनाया है। 

Tron का मकसद है global entertainment system बनाना जिसमें content creators अपने काम को directly customer को sell कर सकें बिना इसी middleman के।

Avalanche (AVAX)

Avalanche एक blockchain platform है जिसकी cryptocurrency है AVAX, यह बिल्कुल ethereum की तरह काम करता है और उसका rival है। इनका main focus है transaction speed को fast करना। Avalanche एक open source project है यानी कोई भी इसके code में contribution कर सकता है। यह 2020 में launch हुआ और एक second में 4500 transactions कर सकता है

Wrapped Bitcoin (WBTC)

Wrapped bitcoin की value bitcoin के समान है। कुछ लोगों ने देखा कि bitcoin को दूसरे cryptos से exchange करना मुश्किल है। इतने platforms होने के बावजूद bitcoin का data दूसरे cryptos से exchange नहीं हो पाता। इसलिए wrapped bitcoin बनाया गया। 

इसमें एक व्यक्ति जिसके पास bitcoin है वह उसे wrapped bitcoin के साथ exchange कर सकता है फिर उस wrapped bitcoin को अलग- अलग cryptocurrencies से exchange कर सकता है। फिर उस wrapped bitcoin को burn कर दिया जाता है।

Shiba Inu (SHIB)

Shiba Inu एक ethereum based crypto है जो dogecoin का alternative है। इसे 2020 में बनाया गया और यह 100% community से run किया जाता है। जहां bitcoins सिर्फ 21 million ही हैं वहीं Shiba Inu 1 quadrillion हैं। 

इनसे NFTs का लेन देन भी किया जा सकता है। इसका एक exchange platform भी है Shibaswap और Shiba Inu को Dogecoin Killer के नाम से भी जाना जाता है।

Dash (DSH)

Dash coin को पहले Xcoin के नाम से जाना जाता था, फिर इसे DarkCoin कहा गया पर March 2015 में इसका नाम Dash Coin में बदल दिया गया। इसको बनाने का मकसद था privacy को maintain करना जिससे कभी भी buyer और seller की info leak न हो

इनका aim है कि इसे daily payments के लिए इस्तेमाल कर सकें जैसे cash, debit card, visa आदि। किसी अन्य crypto से हटकर इसमें एक unique feature है। यह हर व्यक्ति को starting में 1000 dash coin प्रदान करता है।

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Cryptocurrency history in India | भारत में क्रिप्टोकरंसी का इतिहास

आगर आप cryptocurrency में निवेश करना चाहते हैं या खरीदना चाहते हैं तो यह जानना बहुत ज़रूरी है कि Indian government इसके बारे में क्या सोचती है और इसके लिए क्या rules बनाये गए हैं।

  • 2013 में Unocoin नाम की कंपनी launch हुई जो भारत की पहली कंपनी थी जिससे Bitcoin buy और sell कर सकते थे। पर उस समय RBI ने public को इसके खिलाफ warn किया
  • 2017 में RBI और Finance Ministry ने cryptocurrency को Ponzi Scheme का नाम दिया। 

(Ponzi scheme एक fraud scheme होती है जिसमें शुरू में कुछ लोगों से पैसा लेकर उन्हें profit समेत वापिस कर दिया जाता है। यह देखकर बहुत से लोग जुड़ जाते हैं और फिर fraudster सबके पैसे लेकर भाग जाता है।)  पर इसके बावजूद बहुत सारे लोगों ने invest किया

  • April 2018 में RBI crypto को ban कर देती है
  • पर March 2020 में Supreme Court इस ban को हटा देती है और Cryptocurrency को legal बना देती है। एक व्यक्ति crypto में invest और trade कर सकता है पर उसको legal tender नहीं बनाया गया। इसका मतलब उसे पैसों की जगह इस्तेमाल नहीं कर सकते
  • 2022 के Union Budget में Finance Minister, Nirmala Sitharaman ने कहा कि 2023 में blockchain की मदद से RBI का Digital Rupee शुरू किया जाएगा जो legal tender होगा। 
  • यह भी घोषणा करी कि किसी भी virtual digital asset यानी NFTs, crypto की income पर 30% tax लगेगा

मुझे लगता है कि Union Budget के इस decision से Cryptocurrency का मतलब खत्म हो जाता है। Crypto decentralized होती है यानी उसकी demand कोई control नहीं कर सकता पर इस decision से लोग crypto को कम खरीदेंगे क्योंकि इतना tax कोई नहीं भरना चाहता। 

Overall crypto का future अभी India में काफी uncertain है। इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। सरकार ने social media पर control ले लिया है, VPNs पर control ले लिया है और crypto पर भारी taxes लगा दिए हैं। 

क्या cryptocurrency illegal है?

Cryptocurrency kya hoti hai

जी नहीं, India में cryptocurrency legal है। यह निर्णय Supreme Court ने March 2020 में लिया और crypto से ban हटा दिया। इसके मुताबिक कोई भी व्यक्ति crypto में invest या trade कर सकता है पर उसे पैसों की जगह इस्तेमाल नहीं कर सकता। 

2022 में announcement हुई कि इसकी income पर 30% tax लगाया जाएगा, यह एक proof है कि सरकार इसे illegal नहीं मानती है।

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Cryptocurrency advantages | क्रिप्टोकरंसी के फायदे

  • Transaction speed– Crypto transactions बहुत fast होती हैं। आज अगर आप दूसरे देश में बैठे किसी व्यक्ति को पैसे भेजना चाहें हैं तो debit card से 24 घंटे लगते हैं और wire transfer से 3- 5 दिन। पर cryptocurrency से यह कुछ ही क्षणों में हो जाता है।
  • Accessibility– Cryptocurrency को access करना बहुत आसान है, कोई भी व्यक्ति cryptocurrency के लिए account खोल सकता है। इसके लिए किसी identification, verification या background check की जरूरत नहीं पड़ती।
  • Security– हर व्यक्ति के पास crypto wallet होता है जिसमें उसके coins होते हैं। यह private key की मदद से safe रहता है। अगर किसी को एक account hack करना है तो पूरी blockchain को hack करना होगा जो possible नहीं है।
  • Inflation– देश में चाहे जितनी मर्जी महंगाई हो या दाम आसमान छुए जा रहे हों पर crypto में कोई बदलाव नहीं आता क्योंकि इसे कोई भी सरकार control नहीं करती।
  • Income source– आप crypto coins को सिर्फ अपने पास रखकर ही income कमा रहे हैं क्योंकि इसकी value बढ़ती रहेगी। 2-3 सालों में इसकी value double हो जायेगी।

Cryptocurrency drawbacks | क्रिप्टोकरंसी के नुकसान

  • Global warming– Mining के लिए supercomputers इस्तेमाल होते हैं। इन supercomputers में बहुत energy waste होती है और heat निकलती है। इतनी कि यह global warming का कारण बन गया है। इसलिए Elon Musk ने इससे Tesla खरीदने के लिए मना कर दिया था क्योंकि environment पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।
  • Private transactions– इस currency को कोई track नहीं कर सकता। इसलिए यह terrorists को fund करने के लिए या black money के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है।
  • Accountability– अगर आपके साथ कोई fraud या problem हो जाए तो आप किसी को complaint नहीं कर सकते क्योंकि इसको कोई control नहीं करता।
  • Limited use– बहुत से देशों ने इस पर ban लगा दिया है। हमारे देश में इसे legal tender नहीं बनाया है इसका मतलब आप इससे कोई भी चीज नहीं खरीद सकते। तो इसका फायदा ही क्या?
  • Phishing– एक crypto account बहुत secure होता है और उसे कोई hack नहीं कर सकता। पर अगर किसी को आपकी private key पता लग जाये तो वह आसानी से account access कर सकता है। इसलिए किसी stranger को call पर OTP नहीं देना चाहिए।

Cryptocurrency frauds और scams

Cryptocurrency सभी को बहुत अच्छा लगता है क्योंकि इसमें invest करके काफी पैसे कमाए जा सकते हैं। पर इसी कारण से इसमें बहुत सारे frauds और scams भी होते हैं। 

Fake websites– बहुत से fraudsters fake वेबसाइट बना लेते हैं जिसमें उन्होंने fake payment proofs और reviews डाले होते हैं। यह लोगों को discount पर crypto दिलाने का वादा करते हैं और पैसे खा लेते हैं।

Ponzi schemes– Ponzi scheme वह scheme होती है जिसमें एक fraud schemer शुरू में कुछ investors से पैसे लेता है। फिर वह दूसरे investors से पैसे लेकर पहले वालों को profit add करके pay कर देता है। इससे public को लगता है कि यह एक अच्छी scheme है और सब भारी मात्रा में invest करना शूर कर देते हैं। इस तकनीक से सिर्फ शुरू के कुछ लोगों को ही benefit होता है और बाकी सबके पैसे लेकर schemer भाग जाता है।

इसी तरीके से 2019 में BitClub Network ने लोगों को $700 million का चूना लगाया।

Romance scams– इन scams में fraudsters fake images का इस्तेमाल करके एक social media account बनाते हैं और लोगों को romance scam में फसाते हैं। फिर वे payments और gifts मंगवाते हैं जो digital money, cash या crypto के रूप में हो सकती है।

OTP calls– आपने पहले भी सुना होगा कि कभी भी किसी को call पर OTP नहीं बताना चाहिए। ऐसे ही एक scam में एक crypto millionaire को Apple कंपनी की तरफ से call आया। पर असल में वह fraud call थी। उन्होनें OTP पूछा और कहा कि apple के update के लिए OTP बताना पड़ेगा। जैसे ही उन्हें OTP मिला, एक second के अंदर उस आदमी का पूरा crypto wallet साफ हो गया। 

असल में fraudsters ने उसकी Apple Id में login किया और फिर उसके wallet को hack कर लिया। Crypto wallets एक private key से secure होते हैं। पर उस व्यक्ति के apple id में crypto wallet का cache, cookies और data था जिससे private keys पता लग गयी और wallet hack हो गया। 

इसलिए सावधान रहें, सतर्क रहें, जय हिंद!


Conclusion

मुझे उम्मीद है कि आप को इस से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा और समझ आ गया होगा what is Cryptocurrency in hindi और Cryptocurrency definition के बारे में। 

अगर आपको यह article पसंद आया तो आप इसको अपने प्रियजनों के साथ जरूर share कीजिएगा।

आज हमने सीखा-

  1. Cryptocurrency for beginners
  2. Cryptocurrency news
  3. Cryptocurrency app
  4. Cryptocurrency crash

आप का experience कैसा रहा आप उसे नीचे comment box में share कर सकते हैं और अगर आपको कोई doubt या problem है तो आप मुझसे नीचे comment box में पूछ सकते हैं या email कर सकते हैं।

में आपको जल्द से जल्द reply देने की कोशिश करूँगा। 

धन्यवाद……..।

Cryptocurrency meaning, cryptocurrency exchange पढ़ने के लिए शुक्रिया।


FAQ (Frequently Asked Questions)

Bitcoin kya hai

Bitcoin दुनिया की पहली cryptocurrency जिसे एक Japanese developer Satoshi Nakamoto ने 2009 में बनाया था। इसको बनाने का मकसद यह था कि इस पर किसी सरकार या organisation का control ना हो पर इसकी value सिर्फ demand और supply से बदलती हो

Cryptocurrency kya hoti hai? Cryptocurrency meaning in hindi?

Cryptocurrency एक digital या virtual currency जिसे physically छुआ नहीं जा सकता। यह cryptography blockchain technology से transactions को secure करती है और decentralized है। यानी इसे कोई control नहीं करता।

Cryptocurrency exchange kya hai?

जिन websites की मदद से cryptocurrency को खरीदा जा सकता है उसे crypto market या crypto exchange कहते हैं। इन exchange में आप fiat money(कागजी मुद्रा) को cryptocurrency से बदल सकते हैं। यह ही नहीं आप crypto buy, sell, और दूसरी cryptos के साथ बदल भी सकते हैं।

भारत की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?

भारत में अभी क्रिप्टोकरंसी बनाने का इतना चलन नहीं है। अभी सिर्फ एक ही Indian cryptocurrency है। इसका नाम है Polygon(MATIC) जिसे 2017 में Jayant Kanani, Sandeep Nailwal, और Anurag Arjun ने मिलकर बनाया था। हालांकि सुनने में आया है कि 2023 में RBI Digital Rupee नाम से एक cryptocurrency launch करेगी। 

Cryptocurrency से क्या खरीद सकते हैं?

Cryptocurrency से बहुत कुछ खरीदा जा सकता है। 2021 में Elon Musk ने announce किया था कि Bitcoin से Tesla खरीद सकते हैं पर बाद में उन्होनें decline कर दिया। ऐसे ही बहुत से cryptocurrencies हैं जिनको बनाने का मकसद यह है कि उन्हें daily needs के लिए इस्तेमाल किया जा सके।

Ecommerce sites– बहुत सी tech और ecommerce sites हैं जहां crypto से payment कर सकते हैं। जैसे shopify, microsoft, Rakuten, AT&T, overstock आदि।
Watches– Online retailer Bitdials से bitcoin से Rolex, Patek Philippe, और high-end watches exchange कर सकते हैं।

Cars– कुछ car dealers ने bitcoin को payment के रूप में स्वीकार करना शुरू कर दिया है। 

क्रिप्टो करेंसी क्या है और कैसे काम करती है?

Cryptocurrency एक डिजिटल currency है जो online available है। इसे कोई control नहीं करता, यह decentralized होती है। इसकी payments बहुत secure और safe होती हैं क्योंकि इसमें cryptography का इस्तेमाल होता है। 
सारी payments public ledger पर लिखी जाती हैं और उसके लिए blockchain technology का इस्तेमाल होता है जिसपर एक बार लिखी transaction दोबारा edit, erase या destroy नहीं हो सकती। Bitcoin जैसी crypto में जो लोग blockchain में payment verify करने के लिए calculation करने में मदद करते हैं, उन्हें bitcoin reward के तौर पर दिया जाता है।

क्रिप्टो करेंसी का भविष्य क्या है?

Cryptocurrency का भविष्य भारत में काफी uncertain है। इस देश में इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। हालांकि इस पर से ban उठ चुका है और लोग इसमें निवेश कर सकते हैं। इसे legal tender नहीं माना गया है यानी इसको पैसों की जगह इस्तेमाल नहीं कर सकते। 
दुनिया के कई देशों में इसे ban कर दिया गया है पर कई इसे digital currency की तरह अपना रहे हैं। रोज़ नई cryptocurrency launch हो रही हैं जो इसी बात की तरफ इशारा करता है कि crypto बन्द नहीं होगा, अब यह चलेगा ही।

कौन सी क्रिप्टोकरेंसी खरीदनी चाहिए?

आपको वही cryptocurrency खरीदनी चाहिए जिसमें आपको future लगे और उसके features, policies, मकसद के बारे में समझना चाहिए। दुनिया की top cryptocurrencies हैं- Bitcoin, ethereum, tether, BNB, Dash, Terra आदि पर इसका मतलब यह नहीं कि यह ही best है।
हर व्यक्ति की need पर depend करता है। इसके साथ आपको crypto exchange के wallet storage, privacy rules और transaction + trading fees पर भी ध्यान देना चाहिए। 

Aryan
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